
Brain Computer Interface
Brain-Computer Interface BCI: अब हमारा दिमाग मशीन से बात करेगा
यह टेक्नोलॉजी इंसानी मस्तिष्क और कंप्यूटर को आपस में जोड़ने का काम करती है।
जो भी आप अपने दिमाग में सोचोगे वह ऑटोमैटिक कंप्यूटर में टाइप हो जायेगा ।
उदाहरण के तौर पर लकवे (Paralysis) के मरीज जो सोच तो सकते हैं बोल नहीं सकते ,
वो सिर्फ सोचकर कंप्यूटर या रोबोट को कंट्रोल कर सकते हैं।
आने वाले कुछ वर्षो में मोबाइल या कीबोर्ड की जगह सिर्फ सोचने से ही टेक्नोलॉजी ऑपरेट होगी।
वैसे तो BrainComputer Interface पहले से ही मेडिकल और रिसर्च लेवल पर मौजूद है, लेकिन अभी साधारण लोगो के इस्तेमाल तक पहुँचने में कुछ वर्ष का समय ।
👉 वर्तमान स्थिति (2025 तक):
इसका इस्तेमाल फिलहाल मेडिकल क्षेत्र में हो रहा है (जैसे लकवाग्रस्त मरीजों को रोबोटिक हाथ-पैर चलाने में मदद करना, Speech Generation, दिमागी संकेत पढ़ना आदि)।
Elon Musk की कंपनी Neuralink और कई रिसर्च कंपनियाँ शुरुआती Human ट्रायल कर रही हैं।
कुछ non-invasive (helmet या EEG आधारित) BCI डिवाइस पहले से मार्केट में उपलब्ध हैं, लेकिन बहुत बेसिक काम करते हैं।
कितना समय लगेगा
5से 7 साल या यु कहें की 2030 तक मेडिकल और रिसर्च इस्तेमाल के लिए एडवांस BCI आम हो जाएगा।
लगभग 10 से 15 साल तक गेमिंग, स्मार्टफोन कंट्रोल, ऑगमेंटेड रियलिटी और सामान्य यूज़र्स तक limited versions पहुँच सकते हैं।
20+ साल: पूरी तरह से सुरक्षित, सस्ता और mass adoption वाला BCI टेक्नोलॉजी में आ पाएगा।
इसका अर्थ है अभी ये शुरुआत है, लेकिन आने वाले दशक भर में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।